हरियाणा में नई सरकार का गठन हो गया है, और बीजेपी नेता नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इस बार नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में 14 विधायकों को मंत्री बनाया गया है, जिनमें कई नए चेहरे भी शामिल हैं। आइए जानते हैं कि ये मंत्री कौन हैं और उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि क्या है।
1. नायब सिंह सैनी: मुख्यमंत्री का सफर
नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते हुए हरियाणा की राजनीति में एक बार फिर से अपनी जगह बनाई है। वह लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं। उन्होंने 2014 में अंबाला के नारायणगढ़ से विधायक बनने के बाद अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी। खट्टर सरकार में राज्यमंत्री रहते हुए, वह कुरुक्षेत्र से लोकसभा सांसद बने और हाल ही में करनाल उपचुनाव में विधायक बने। सैनी ओबीसी समुदाय से आते हैं और भाजपा में उनकी करीबी पहचान पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ है।
2. अनिल विज: अनुभवी नेता की वापसी
अनिल विज, जो कि हरियाणा के सबसे सीनियर विधायक माने जाते हैं, ने भी मंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने अंबाला कैंट से लगातार सातवीं बार जीत हासिल की है। विज ने पहले मनोहर लाल खट्टर की सरकार में गृह मंत्री के रूप में कार्य किया था। उन्हें स्वास्थ्य और खेल जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी भी दी गई थी। अनिल विज पंजाबी समुदाय से आते हैं और उनके पास राजनीतिक अनुभव की कोई कमी नहीं है।
3. कृष्ण लाल पंवार: दलित समुदाय का प्रतिनिधित्व
कृष्ण लाल पंवार ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। वह पानीपत के इसराना सीट से विधायक हैं और दलित समुदाय से आते हैं। पंवार ने 2014 में भाजपा में शामिल होने से पहले इनेलो पार्टी में भी काम किया था। वह राजनीतिक यात्रा में कई उतार-चढ़ाव का सामना कर चुके हैं, लेकिन अब उन्होंने अपनी जगह बनाई है।
4. विपुल गोयल: उद्योग और पर्यावरण के प्रहरी
फरीदाबाद से विधायक विपुल गोयल को भी मंत्री बनाया गया है। वह दूसरी बार मंत्री बन रहे हैं और 2014 में पहली बार विधायक बने थे। गोयल को 2016 में पर्यावरण और उद्योग मंत्री बनाया गया था। वह वैश्य समुदाय से आते हैं और उनके पास व्यापारिक अनुभव भी है।
5. राव नरवीर सिंह: नए चेहरे के साथ
गुरुग्राम के बादशाहपुर से विधायक राव नरवीर को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। उन्होंने 2024 में कांग्रेस के उम्मीदवार को हराकर अपनी जीत दर्ज की। वह तीसरी बार विधायक बने हैं और यादव समुदाय से आते हैं।
6. महिपाल ढांडा: जाट समुदाय का प्रतिनिधित्व
महिपाल ढांडा ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है। वह पानीपत ग्रामीण सीट से विधायक हैं और लगातार दूसरी बार सैनी कैबिनेट में शामिल हुए हैं। ढांडा जाट समुदाय से आते हैं और उनकी राजनीतिक यात्रा भी उल्लेखनीय रही है।
7. श्रुति चौधरी: युवा नेता का उदय
श्रुति चौधरी, जो कि पहली बार विधायक बनी हैं, ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। वह तोशाम सीट से चुनाव जीतकर आई हैं और जाट समुदाय से संबंधित हैं। वह पूर्व राज्यसभा सांसद किरण चौधरी की बेटी हैं, जो खुद भी मंत्री रह चुकी हैं।
8. अरविंद शर्मा: ब्राह्मण समुदाय का प्रतिनिधित्व
बीजेपी नेता अरविंद शर्मा को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। वह 2024 के लोकसभा चुनाव में रोहतक से हार गए थे, लेकिन विधानसभा चुनाव में गोहाना सीट से जीतकर आए हैं। उन्होंने पहले भी सांसद रहने का अनुभव लिया है।
9. श्याम सिंह राणा: राजपूत समुदाय की आवाज
श्याम सिंह राणा, जो कि राजपूत समुदाय से आते हैं, ने यमुनानगर की रादौर सीट से विधायक बने हैं। राणा ने पहले भी यहाँ से जीत हासिल की थी और अब कैबिनेट मंत्री बने हैं।
10. रणबीर गंगवा: अनुभवी नेता की उपस्थिति
रणबीर गंगवा को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। पिछली सरकार में वह डिप्टी स्पीकर रहे हैं। गंगवा ने हिसार जिले की बरवाला सीट से विधायक बनने का गौरव हासिल किया है।
11. कृष्ण बेदी: दलित समुदाय का योगदान
कृष्ण बेदी, जो नरवाना से विधायक हैं, को भी मंत्री बनाया गया है। वह पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के राजनीतिक सचिव रह चुके हैं और दलित समुदाय से आते हैं।
12. गौरव गौतम: युवा ऊर्जा का प्रवाह
गौरव गौतम को हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। वह पलवल से पहली बार विधायक बने हैं और ब्राह्मण समुदाय से आते हैं।
13. आरती राव: नए राजनीतिक चेहरे की पहचान
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव को राज्य मंत्री बनाया गया है। उन्होंने अटेली से पहली बार विधायक बनने का गौरव प्राप्त किया है।
14. राजेश नागर: बिजनेस पृष्ठभूमि से मंत्री
राजेश नागर को भी राज्य मंत्री बनाया गया है। वह फरीदाबाद की तिगांव सीट से विधायक हैं और पेशे से बिजनेसमैन हैं।
हरियाणा में नई सरकार का गठन कई नए चेहरे लेकर आया है, जो अपनी पृष्ठभूमि और अनुभव के साथ सरकार में शामिल हुए हैं। इन सभी मंत्रियों की चुनौतियाँ भले ही बड़ी हों, लेकिन उनका अनुभव और कार्यक्षमता सरकार को नई दिशा देने में मददगार साबित हो सकती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि कैसे ये नेता हरियाणा की राजनीतिक तस्वीर को बदलने में कामयाब होते हैं।