बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान और अंडरवर्ल्ड के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के बीच चल रही यह दुश्मनी एक ऐसी कहानी है, जो किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं। लेकिन यह कहानी सिर्फ़ फिल्मी नहीं, बल्कि वास्तविकता पर आधारित है। एक तरफ़ जहां सलमान खान ने भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में अपने अभिनय और चार्म से लाखों दिलों पर राज किया है, वहीं दूसरी ओर लॉरेंस बिश्नोई अपने गैंग के माध्यम से खौफ और दहशत फैलाने के लिए कुख्यात बन चुका है।
हाल ही में मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र की राजनीति के बीच चिंता की लकीरें बढ़ गई हैं, खासकर एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद। सिद्दीकी की हत्या ने मुंबई में उस अंडरवर्ल्ड को फिर से जागृत कर दिया है, जिसे लोग हाजी मस्तान और दाऊद इब्राहिम जैसे नामों के साथ जानते हैं। लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग है, क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई गैंग का तरीका और इसके इरादे बिल्कुल अलग हैं।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का खौफ
लॉरेंस बिश्नोई, जो इस समय जेल में बंद है, अपने गैंग के लिए टारगेटेड किलिंग के लिए कुख्यात है। वह अपने शार्प शूटरों के जरिए वारदातों को अंजाम देने के लिए जाना जाता है। यह गैंग न केवल भारत में, बल्कि कनाडा और अन्य देशों में भी अपनी पहुंच बना चुका है। हाल ही में बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद, लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनका इरादा कितना गंभीर है।
बाबा सिद्दीकी की हत्या ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या सलमान खान अब भी सुरक्षित हैं। लॉरेंस ने पहले भी सलमान को जान से मारने की धमकी दी है, और यह भी कहा था कि सलमान को अपने किए के लिए माफी मांगनी होगी। यह मामला केवल गैंगस्टर की दुश्मनी नहीं है, बल्कि एक व्यक्तिगत संघर्ष बन चुका है।
काला हिरण का मामला, क्यों है विवाद?
इस संघर्ष की जड़ें 1998 में वापस जाती हैं, जब सलमान खान ने जोधपुर में “हम साथ-साथ हैं” की शूटिंग के दौरान एक काले हिरण का शिकार किया था। बिश्नोई समाज के लिए काला हिरण की हत्या एक गंभीर अपराध है, क्योंकि गुरु जंभेश्वर के 29 वचनों में पशु-पक्षियों की रक्षा का वचन शामिल है। जब सलमान पर इस काले हिरण के शिकार का आरोप लगा, तो लॉरेंस बिश्नोई ने साफ तौर पर कहा कि वह सलमान से बदला लेगा। यह न केवल व्यक्तिगत प्रतिशोध था, बल्कि बिश्नोई समाज की भावनाओं से भी जुड़ा हुआ था। इसलिए लॉरेंस ने सलमान को अपना निशाना बनाया, और यह विवाद अब एक गंभीर खतरे में तब्दील हो चुका है।
बाबा सिद्दीकी की हत्या और उसकी जिम्मेदारी
बाबा सिद्दीकी की हत्या ने इस मामले को और भी गंभीर बना दिया है। शनिवार की शाम, तीन अज्ञात अपराधियों ने सिद्दीकी को गोली मारकर हत्या कर दी। इसके अगले दिन, लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस हत्या की जिम्मेदारी ली। मुंबई पुलिस ने भी इस हत्या में लॉरेंस गैंग का हाथ होने की पुष्टि की है, हालांकि जांच अभी जारी है।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या और सलमान के घर के बाहर हुई फायरिंग जैसे घटनाओं में भी लॉरेंस का नाम सामने आया है। इन घटनाओं ने साबित कर दिया है कि लॉरेंस बिश्नोई अपनी योजनाओं को क्रियान्वित करने में कोई कसर नहीं छोड़ता, चाहे वह जेल में ही क्यों न हो।
गैंगस्टर बनने की कहानी
लॉरेंस बिश्नोई की कहानी एक सामान्य कॉलेज के छात्र से शुरू होती है, जिसने छात्र राजनीति में कदम रखा। उसके बाद, वह धीरे-धीरे अपराध की दुनिया में शामिल होता गया। आज वह देश के सबसे बड़े गैंगस्टरों में से एक है। उसकी गैंग में 700 से अधिक शूटर हैं, जिनमें से लगभग 300 पंजाब में हैं। जेल में रहते हुए भी लॉरेंस अपने गैंग का संचालन करता है, और कई हाई-प्रोफाइल मर्डर्स की प्लानिंग भी वहीं होती है। हाल ही में बाबा सिद्दीकी की हत्या की प्लानिंग भी पटियाला जेल में हुई थी, जहां लॉरेंस ने अपने गुर्गों को इस हत्या की जिम्मेदारी दी थी।
सलमान खान की सुरक्षा, एक बड़ा सवाल
सलमान खान की सुरक्षा अब एक बड़ा मुद्दा बन गई है। लॉरेंस बिश्नोई के इरादे और उसकी कार्रवाईयों को देखते हुए, मुंबई पुलिस को अब सलमान की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिक सतर्क रहना होगा। बॉलीवुड में सलमान का एक विशेष स्थान है, और उनके चाहने वालों की संख्या भी बहुत बड़ी है। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि क्या सलमान खान की स्टारडम उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकेगी या नहीं। क्या न्याय प्रणाली इस मामले में पूरी ईमानदारी से काम कर रही है?
इस कहानी में कई सवाल हैं, और आगे क्या मोड़ आएगा, यह देखने के लिए कई लोग उत्सुक हैं। लॉरेंस बिश्नोई का सलमान खान के खिलाफ यह संघर्ष न केवल व्यक्तिगत है, बल्कि यह एक सामाजिक मुद्दा भी बन चुका है। बिश्नोई समाज की भावनाएं और सलमान की लोकप्रियता दोनों ही इस कहानी को और जटिल बना रही हैं। हालांकि मुंबई पुलिस की जांच जारी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग का बाबा सिद्दीकी की हत्या में कितना हाथ है, लेकिन एक बात स्पष्ट है: यह कहानी खत्म नहीं हुई है।