मुंबई के बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की गुत्थी धीरे-धीरे सुलझती नजर आ रही है। नए किरदारों के खुलासे और लगातार हो रही गिरफ्तारियों के बाद मुंबई पुलिस इस मर्डर मिस्ट्री के करीब पहुंच चुकी है। पुलिस को इस मामले में कई अहम सुराग मिले हैं, जिन्होंने हत्याकांड के पीछे के षड्यंत्र और इसमें शामिल लोगों की पहचान करने में मदद की है।
12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा ईस्ट में हुई बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से पुलिस इस हाई-प्रोफाइल केस की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। अब तक तीन शूटरों समेत कई अन्य लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने शूटरों तक हथियार पहुंचाए थे।
मुख्य साजिशकर्ता और षड्यंत्रकर्ता की पहचान
मुंबई पुलिस के मुताबिक, हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता शुभम लोनकर है, जबकि षड्यंत्रकर्ता के रूप में मोहम्मद जीशान अख्तर का नाम सामने आया है। हालांकि, जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि नितिन सप्रे और राम कनौजिया इस पूरे मॉड्यूल के प्रमुख सदस्य थे। इस मॉड्यूल ने ही शूटरों को हथियार मुहैया कराए थे। पुलिस ने हाल ही में जिन 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें नितिन गौतम सप्रे (32), राम कनौजिया (43), संभाजी किसान पारधी (44), प्रदीप दत्तू थोम्ब्रे (37) और चेतन दिलीप पारधी शामिल हैं। नितिन सप्रे डोंबिवली से है जबकि बाकी तीन आरोपी ठाणे के अंबरनाथ इलाके के रहने वाले हैं। राम कनौजिया, जो रायगढ़ के पनवेल का निवासी है, इस हत्याकांड में एक प्रमुख भूमिका निभा रहा था।
एक करोड़ की सुपारी और कनौजिया का पीछे हटन
इस हत्याकांड की जांच में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। गिरफ्तार आरोपी राम कनौजिया ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसे सबसे पहले बाबा सिद्दीकी की हत्या का कॉन्ट्रैक्ट मिला था। शुभम लोनकर, जो इस हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता है, ने सबसे पहले राम कनौजिया को यह काम सौंपा था। हालांकि, कनौजिया इस हत्या को अंजाम देने से हिचकिचा रहा था। उसे बाबा सिद्दीकी के राजनीतिक और सामाजिक कद का पूरा अंदाजा था, और वह जानता था कि इस हत्या के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इसलिए, उसने हत्या की सुपारी के रूप में एक करोड़ रुपये की मांग की। कनौजिया के मुताबिक, उसे इस बात का डर था कि इस हत्या के बाद उसकी और उसके परिवार की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। इसलिए, उसने इतनी बड़ी रकम की मांग की, ताकि वह अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सके।
यूपी-हरियाणा के शूटरों की एंट्री
जब राम कनौजिया और नितिन सप्रे ने इस हत्या का ठेका लेने से मना कर दिया, तो शुभम लोनकर ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा के शूटरों का सहारा लिया। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि शुभम लोनकर को विश्वास था कि उत्तर प्रदेश के शूटरों को महाराष्ट्र में बाबा सिद्दीकी की प्रतिष्ठा के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होगी। इसलिए वे कम पैसों में इस हत्या को अंजाम देने के लिए तैयार हो गए। शुभम ने यूपी के धर्म राज कश्यप, गुरनैल सिंह और शिवकुमार गौतम को इस काम के लिए चुना। इन शूटरों को बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी दी गई, और उन्होंने इसे अंजाम दिया।
जीशान सिद्दीकी की तस्वीर का सुराग
जांच के दौरान मुंबई पुलिस को एक और बड़ा सुराग हाथ लगा है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों में से एक के फोन में जीशान सिद्दीकी की तस्वीर पाई है। जीशान सिद्दीकी, जो एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे हैं, उनकी यह तस्वीर आरोपी के फोन में कैसे आई, यह अभी भी जांच का विषय है। पुलिस के अनुसार, यह तस्वीर आरोपियों के हैंडलर ने स्नैपचैट के जरिए भेजी थी। प्रारंभिक जांच में ऐसा लगता है कि शूटरों और साजिशकर्ताओं ने स्नैपचैट का इस्तेमाल कर एक-दूसरे के साथ सूचनाओं का आदान-प्रदान किया। स्नैपचैट की खासियत यह है कि इसमें भेजे गए मैसेज और तस्वीरें कुछ समय बाद खुद-ब-खुद डिलीट हो जाती हैं, जिससे सबूत मिट जाते हैं। पुलिस को इस बात का संदेह है कि आरोपी इसी तकनीक का इस्तेमाल कर रहे थे ताकि सबूत नष्ट हो जाएं।
साजिशकर्ताओं के फरार होने की जानकारी
मुंबई पुलिस ने यह भी खुलासा किया है कि हत्याकांड के साजिशकर्ता शुभम लोनकर और षड्यंत्रकर्ता मोहम्मद जीशान अख्तर फिलहाल फरार हैं। पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपी सीधे इन दोनों से संपर्क में थे और इनसे ही निर्देश प्राप्त कर रहे थे। शुभम लोनकर और जीशान अख्तर ने ही पूरी हत्या की साजिश रची थी और इसे अंजाम देने के लिए उत्तर प्रदेश के शूटरों को बुलाया था।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले की जांच में पूरी तरह से जुटी हुई है। अब तक 5 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही भगोड़े साजिशकर्ता शुभम लोनकर और जीशान अख्तर को भी पकड़ लिया जाएगा। इस केस की जांच से यह साफ होता है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या किसी सामान्य दुश्मनी का नतीजा नहीं थी, बल्कि इसके पीछे एक बड़ी साजिश थी, जिसे बहुत ही सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में मुंबई पुलिस….
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में मुंबई पुलिस लगातार नए खुलासे कर रही है, और यह केस हर दिन नए मोड़ ले रहा है। इस मर्डर मिस्ट्री में शामिल शूटरों, साजिशकर्ताओं और उनके सहयोगियों की पहचान हो चुकी है, और कई गिरफ्तारियां भी हो चुकी हैं। इस केस में राम कनौजिया का एक करोड़ रुपये की सुपारी लेने से इनकार करना, शुभम लोनकर द्वारा उत्तर प्रदेश के शूटरों को चुनना, और जीशान सिद्दीकी की तस्वीर का मिलना जैसे महत्वपूर्ण बिंदु इस केस को और भी पेचीदा बनाते हैं। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने के करीब पहुंच चुकी है, और जल्द ही इस हत्याकांड के सभी आरोपियों को कानून के दायरे में लाया जाएगा।