अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में 5 नवंबर को एक निर्णायक मोड़ आने वाला है। चुनावी परिदृश्य में चल रही हलचल ने सभी को चौंका दिया है, खासकर तब जब डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर की भविष्यवाणियाँ आ रही हैं। इस बार के चुनाव में एग्जिट पोल की रिपोर्टें सामने आई हैं जो संकेत देती हैं कि डोनाल्ड ट्रंप कई राज्यों में बढ़त बनाए हुए हैं।

एग्जिट पोल के नतीजे

हालिया एग्जिट पोल के अनुसार, अमेरिका में कुल सात बैटलग्राउंड राज्य हैं, जिनमें से ट्रंप छह राज्यों में आगे चल रहे हैं। ये राज्य हैं: नॉर्थ कैरोलिना, जॉर्जिया, एरिज़ोना, नेवादा, मिशिगन और पेनसिल्वेनिया। केवल विस्कॉन्सिन में कमला हैरिस आगे हैं। ये नतीजे एटलस पोल सर्वे द्वारा जारी किए गए हैं, जो अमेरिका के चुनावी नक्शे में महत्वपूर्ण हैं।

बैटलग्राउंड राज्यों की अहमियत

इन सात बैटलग्राउंड राज्यों की अहमियत इस बात में है कि चुनाव परिणाम पर इनका गहरा असर पड़ेगा। नॉर्थ कैरोलिना, जॉर्जिया और एरिज़ोना जैसे राज्य विशेष रूप से चुनावी रणनीति में महत्वपूर्ण हैं। नॉर्थ कैरोलिना में आज अर्ली वोटिंग का आखिरी दिन है, और यहां पहले ही 38 लाख से ज्यादा वोट डाले जा चुके हैं। यह संख्या दर्शाती है कि लोग इस बार के चुनाव में कितने उत्सुक हैं।

नेताओं का दौरा

चुनाव से पहले दोनों उम्मीदवार, कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप, इस महत्वपूर्ण राज्य का दौरा करेंगे। यह संकेत है कि इन राज्यों में वोटरों को प्रभावित करने के लिए वे कितनी मेहनत कर रहे हैं। दोनों नेता शनिवार को नॉर्थ कैरोलिना का दौरा करेंगे, जो यह दर्शाता है कि किस तरह से ये राज्य चुनाव के नतीजों को प्रभावित कर सकते हैं।

अमेरिका के मतदान का उत्साह

हाल ही में जारी किए गए ओपिनियन पोल के अनुसार, 7 करोड़ से ज्यादा अमेरिकी नागरिक पहले ही वोट डाल चुके हैं, जो कोविड-19 के दौरान 2020 में हुए रिकॉर्ड वोटिंग से कम है, लेकिन फिर भी यह संख्या काफी उत्साहजनक है। इसका मतलब है कि लोग इस बार के चुनाव में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं और अपने मताधिकार का उपयोग कर रहे हैं।

बाइडेन का प्रभाव

इस बार के चुनाव में जो एक महत्वपूर्ण प्रश्न उठ रहा है, वह है राष्ट्रपति जो बाइडेन के बयान और उनकी लोकप्रियता का ट्रंप पर कितना असर होगा। ट्रंप के समर्थक इस बात पर जोर दे रहे हैं कि बाइडेन की कुछ टिप्पणियों ने उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।

ट्रंप और हैरिस की रणनीतियाँ

ट्रंप और हैरिस दोनों ही अपने-अपने रणनीति के साथ चुनावी मैदान में हैं। ट्रंप ने अपने पुराने समर्थकों को वापस लाने की कोशिश की है, जबकि हैरिस ने युवाओं और महिलाओं के बीच अपनी लोकप्रियता बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।

चुनावी मौसम में जंग का माहौल

इस बार के चुनाव को लेकर अमेरिका में जो माहौल बना हुआ है, वह किसी जंग से कम नहीं है। दोनों पार्टियों के समर्थक जोरदार प्रचार कर रहे हैं, और चुनावी रैलियों में बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं। यह न केवल अमेरिका के लिए, बल्कि वैश्विक राजनीति के लिए भी महत्वपूर्ण है।

भविष्य की तस्वीर

5 नवंबर को नतीजे आने के बाद यह साफ होगा कि अमेरिका का भविष्य किस दिशा में जाएगा। क्या ट्रंप एक बार फिर से सत्ता में वापसी करेंगे या हैरिस का नेतृत्व अमेरिका को नई दिशा दे सकेगा? यह चुनाव न केवल अमेरिका के लिए, बल्कि दुनिया के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिका के फैसले अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर गहरा असर डालते हैं।

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव 2024 के लिए चल रही जद्दोजहद और एग्जिट पोल के नतीजे यह संकेत देते हैं कि चुनावी मुकाबला बेहद कड़ा होगा। डोनाल्ड ट्रंप का मजबूत प्रदर्शन और कमला हैरिस की चुनौतियाँ, दोनों ही इस चुनाव के लिए महत्वपूर्ण बिंदु हैं। चुनाव परिणाम के बाद का समय निश्चित रूप से अमेरिका और वैश्विक राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है। सभी की निगाहें 5 नवंबर के नतीजों पर टिकी हुई हैं।

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