कार में बैठते वक्त आया हार्ट अटैक
इससे पहले भानुप्रकाश पार्टी के राज्य उपाध्यक्ष और जिला अध्यक्ष पद पर भी रह चुके हैं। भानुप्रकाश ने शिवमोग्गा में हो रहे विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए कहा, “अपनी कार में बैठते समय उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वे बेहोश हो गए। उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।”
चुनाव के बाद बढ़े दाम
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर सेल टैक्स बढ़ाकर क्रमश: 29.84 प्रतिशत और 18.44 प्रतिशत कर दिया, जिसके बाद यह विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस संशोधन के बाद राज्य में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगभग 3 रुपये और 3.05 रुपये की बढ़ोतरी हुई। साथ ही ये संशोधित कीमतें 15 जून से ही तत्काल प्रभाव से लागू हो गईं। गौरतलब है कि कर्नाटक लोकसभा चुनाव के बाद फ्यूल की कीमतों में संशोधन करने वाला पहला राज्य बन गया है।
प्रदेश अध्यक्ष ने बुलाया था प्रदर्शन
कीमतों में बढ़ोतरी का विरोध करते हुए, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने 15 जून को कहा था कि पार्टी सरकार के फैसले के खिलाफ सोमवार (17 जून) को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी। इसी प्रदर्शन में भाग लेने भानुप्रकाश शनिवार को राज्य में कांग्रेस सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन दे रहे थे। प्रदर्शन के बाद, वह अपनी कार में बैठने लगे तभी भानुप्रकाश बेहोश हो गए। इसके बाद आनन-फानन में उन्हें भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक निजी अस्पताल ले गए, लेकिन वहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद शव को उनके पैतृक स्थान मुत्तुर भेज दिया गया है। भानुप्रकाश, आरएसएस के कार्यकर्ता थे, उन्होंने राज्य भाजपा उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
‘अंतिम सांस तक भाजपा के लिए काम किया’
मीडिया को संबोधित करते हुए कर्नाटक भाजपा प्रमुख बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा कि राज्य में पार्टी को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत करने वाले संघ के वफादार भानुप्रकाश के आकस्मिक निधन से उन्हें सदमा लगा है। “भानुप्रकाश ने अपनी अंतिम सांस तक भाजपा के लिए काम किया। उनके निधन से पार्टी को बड़ी क्षति हुई है।” भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा, “हम मुख्यमंत्री से इस फैसले को तुरंत वापस लेने का आग्रह करते हैं। कल हमने पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन आयोजित किए हैं और जब तक यह बढ़ोतरी वापस नहीं ली जाती, हम चुप नहीं बैठेंगे।”
इस बीच, कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने सरकार के फैसले का बचाव किया। उन्होंने कहा कि ईंधन की कीमतें अभी भी महाराष्ट्र और अन्य राज्यों की तुलना में कम हैं।